अहसास

आँसू .. 😪 😥

PinterestLinkedInTumblr

आँसू .. 😪 😥

आँखे जब-जब कुछ कहती हैं,

अविरल धाराएँ बहती हैं,

पलकों पर मोती सजते हैं,

जिनको हम आँसू  कहते हैं। ✍️…..

#आँसू #मुक्तक #लेखनी

हाँ, मैं वही हूँ

पसंद आया? शेयर करे..

गरिमा शुक्ला "लेखनी" इसकी सक्रिय लेखिका होने के साथ इसका Talent management भी manage करती हैं। पेशे से Engineer, गरिमा की साहित्य में काफी रुचि है,कला क्षेत्र से उनका जुड़ाव उन्हें लेखन की ओर ले गया और उन्होंने ब्लॉग के रूप में अपने भावों को प्रस्तुत करने तथा इसमें और लोगों को भी जोड़ने का प्रयास किया|

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest

0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x