Kaheankahe.com साहित्य प्रेमियों को एक मंच पर लाने की एक छोटी सी पहल है।
आम भाषा में कहें तो-

“कुछ अपनी कही जाए कुछ औरों की सुनी जाए”।

गरिमा शुक्ला “लेखनी” और आनंद अग्रवाल इन दो लोगों की सोंच और सामंजस्य से इसे शुरू किया गया है।

गरिमा शुक्ला “लेखनी” इसकी सक्रिय लेखिका होने के साथ इसका Talent management भी manage करती हैं।
पेशे से Engineer, गरिमा की साहित्य में काफी रुचि है,कला क्षेत्र से उनका जुड़ाव उन्हें लेखन की ओर ले गया और उन्होंने ब्लॉग के रूप में अपने भावों को प्रस्तुत करने तथा इसमें और लोगों को भी जोड़ने का प्रयास किया,

इसका Innovation और system management आनंद अग्रवाल  करते हैं।
आनंद अग्रवाल एक MNC में Branch Manager हैं,इस क्षेत्र में 10 सालों का अनुभव रखने वाले आनंद अपने काम के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं,
पर साथ ही कविताओं और लेखों को पढ़ने में रुचि रखते हैं,इसी रुचि के चलते उन्होंने इस सोंच को साकार रूप देने में सहयोग किया है।

अनीता रोहल, स्वाति अग्रवाल, काकुल श्रीवास्तव, रेखा लालवानी, पीयूष सविता आदि इस ब्लॉग के अन्य साथी लेखक हैं।

सबकी मिलजुली कोशिश यही है कि जो भी लिखा जाए वो दिल को छू जाए।

हम सभी उन लोगो का हार्दिक स्वागत करते है जो भी इस साहित्य रसधारा में अपना योगदान देना चाहते है हमसे जुड़ने के लिए यहां पर जाये।

गरिमा शुक्ला
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