नए साल की बधाई या बवाल? 😆 😉


“डिब्बे में डिब्बा…डिब्बे में मिठाई
नए साल की आप सबको हार्दिक बधाई”

और.?…मना लिया नया साल?…पड़ गयी कलेजे को ठंडक? 😏

भाईसाहब …मतलब 31 दिसंबर रात 12 बजे से happy New Year msg की सुनामी आनी शुरू हो जाती है फ़ोन पर।🤷

साल भर की दुआएं एक ही दिन में फ़ोन में भर जाती हैं,इमेज, ऑडियो,वीडीओ, टेक्स्ट….सबसे चीख चीख के यही ऐलान करते हैं कि तुम पुराने हो लेकिन नए साल में पहुँच गए हो😂😂😂

गज़ब बात ये है कि साल भर मुँह ना दिखाने वाले लोग उसी दिन जागते हैं,उनकी दिमाग की बत्ती का कनेक्शन उसी दिन ठीक होता😀

जिन्होंने साल भर कोई खोज खबर नहीं ली होती
जिनको ये तक पता नहीं होता कि साल भर में उस इंसान के साथ क्या हुआ, वो आदमी ज़िंदा है कि नहीं वो नए साल की शुभकामनाएं ऐसे देते हैं जैसे अभी कल ही बात हुई हो।😂

“एक हम है जो video पर फीड बैक मांगते रहे
और एक तुम हो जो इग्नोर करके निकल लिए?”

और 1 दिन चाशनी में तैरते रसगुल्ले की तरह भाई जी मैसेज कर रहे कि हैप्पी न्यू ईयर😂

अरे भाईसाहब हिप्पोक्रेसी की भी सीमा होती है🙏🙏

मतलब मुझे 1 दिन के शुभचिन्तकों से पूछना हैं कि अबे कुम्भकर्ण के परिवार से हो क्या तुम लोग जो त्योहारों पर ही आँख खुलती है?
बाकी दिन सूरज नहीं निकलता क्या?
या फिर चाचा…. बाकी दिन तुम कार्बन डाइऑक्साइड लेते हो?

हद है..

पहले वो मैसेज चलते थे ना चेन वाले जिनको फॉरवर्ड ना करने पर पाप पड़ता था वही मैसेज समझ कर लोग अब न्यू ईयर विश करते हैं
और same to you को तो most used sentence का खिताब मिलना चाहिये।😂😂
आलसी लोगों का बस चले तो बायो में लिख दें same to you.

और भाईसाहब ये एक ही दिन में सालभर की मौज लेने की क्या खुजली मची रहती है लोगों में समझ नहीं आता…अरे बाकी साल भी equally important है…

फिर 3 दिन बाद सबका सारा नशा उतर जाता है और वापस से जॉम्बी मोड मे चले जाते हैं।

बाकी पनौतियों! न्यू ईयर तो हैप्पी तब होगा ना जब दुख सुख में साल भर साथ रहोगे या एक दिन मैसेज भेज देने से नया वर्ष मंगलमय हो जाएगा?

भाया लोगों के मूड स्विंग के चक्कर मे फ़ोन मे फर्ज़ी इमेजेस ऑडियो और भर जाते हैं।
एक दिन भेजो…अगले दिन डिलीट करो…😂
जिंदगी में यही काम बचा है अब।

खैर हम तो वही कर रहे है सेलेक्ट एंड delet…ऊब गए तो सोंचा क्यों ना आप लोगों से भी पूछें कि मित्रों मज़ा आया ?😉कि नहीं?😂😂

और हां हमको लगा आपसे शेयर करना चाहिये तो हम तो कर दिए आपको अच्छा लगे तो आप भी शेयर कीजियेगा और पसंद आये तो लाइक भी कीजियेगा।

#लेखनी # नया साल

कहे अनकहे - Kahe Ankahe

पसंद आया? शेयर करे..
Author

गरिमा शुक्ला "लेखनी" इसकी सक्रिय लेखिका होने के साथ इसका Talent management भी manage करती हैं। पेशे से Engineer, गरिमा की साहित्य में काफी रुचि है,कला क्षेत्र से उनका जुड़ाव उन्हें लेखन की ओर ले गया और उन्होंने ब्लॉग के रूप में अपने भावों को प्रस्तुत करने तथा इसमें और लोगों को भी जोड़ने का प्रयास किया|

5 1 vote
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest

0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x