मुहब्बत का असली मज़ा 😍 😘

वो भी क्या इत्तेफाक है ।।
मिलने से ज्यादा कशिश मिलने की ख्वाहिश में है ।।

आंसुओ की कीमत खामोशी से ज्यादा नुमाइश मे है

… बेबस हो जाता है इश्क सजदे में उसके …

वर्ना मुहब्बत का असली मज़ा से इश्क़-ए-आजमिश में है …

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Btech करके टेक्नोलॉजी से जुड़ी काकुल श्रीवास्तव ने राज्य स्तर के डिबेट में भी भाग लिया है। नृत्य,गीत-संगीत और चित्रकारी में रुचि रखने वाली काकुल को नॉवेल पढ़ना बेहद पसंद है। बचपन से ही साहित्य में रुचि के कारण इन्हें लिखने का शौक हो गया। जीवन के नए पड़ाव में प्रवेश करने वाली काकुल को उनका लेखन प्रेरणा देता है जिसे वो शब्दों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाती हैं।

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[…] इत्तेफाक ……हाँ इत्तेफाक ही था  इतने सालों बाद नेहा  का शादी में जाना। उस शादी में जाने का तो सालों पहले ही तय हो चुका था, लेकिन कौन-कौन जा रहा है, कौन-कौन नहीं जा रहा है। […]

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