अजब हाल है अपना,

उनसे मिलने के बाद।
सारे शिकवे भुला बैठे हैं हम,
उन्हें देखने के बाद।
ना कोई शिकवा ना कोई शिकायत
ना हम रूठे फिर ना ही उसने मनाया।
कुछ होश ही ना रहा, फिर उसकी आंखें देखने के बाद।
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Author

अनिता रोहल मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं।उनके पति और बेटे में ही उनकी पूरी दुनिया बसती है। किताबें, कहानियां पढ़ने की शौकीन अनिता को धीरे-धीरे कविता,कहानियाँ लिखने में भी रुचि हो गयी। आज अपने इसी शौक के चलते वो एक उभरती हुई लेखिका हैं।

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