सुनो, तुम खुश तो हो ना.. 😍 😶

मेरा छोडो अपना बताओ,

बताओ ना यार तुम खुश तो हो ना,
मै अपना क्या कहूं, जैसा तुमने छोडा था वैसी ही हूं ..
हां बस इतना बदल दिया है खुद को..
पहले सब से खुश हो कर जो मिलती थी वो छोड दिया है ।
कोई तेरा जिक्र करे उससे पहले ही चल देती हूं उस जगह को छोड़कर ,

ये आईना भी बहुत सवाल करता है..
रोज पूछता है वो पहली सी सूरत कहीं खो गई है क्या,
दूरी बना ली है उससे भी, अब कोई सवाल नही करता।

हाँ बस ये आंखे थोडी बेवफा है..
रो देती है
हम्म..
सुनो, तुम खुश तो हो ना

हाँ, मैं वही हूँ

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Author

अनिता रोहल मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं।उनके पति और बेटे में ही उनकी पूरी दुनिया बसती है। किताबें, कहानियां पढ़ने की शौकीन अनिता को धीरे-धीरे कविता,कहानियाँ लिखने में भी रुचि हो गयी। आज अपने इसी शौक के चलते वो एक उभरती हुई लेखिका हैं।

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Swati
Swati
4 years ago

Nice

Anand Agarwal
Admin
4 years ago
Reply to  Swati

Thank you Swati :)

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