कैसे इंकार करोगे.. 🙆 🙎
मै जो तेरा दिल बन जाऊं,
चुपके से तेरी रूह में समा जाऊं ….
कैसे इंकार करोगे ….
के इश्क नही है मुझसे,
अगर मै अश्क बनके
तेरी आंखो से छलक जाऊं
मै जो तेरा दिल बन जाऊं,
चुपके से तेरी रूह में समा जाऊं ….
कैसे इंकार करोगे ….
के इश्क नही है मुझसे,
अगर मै अश्क बनके
तेरी आंखो से छलक जाऊं
अनिता रोहल मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं।उनके पति और बेटे में ही उनकी पूरी दुनिया बसती है। किताबें, कहानियां पढ़ने की शौकीन अनिता को धीरे-धीरे कविता,कहानियाँ लिखने में भी रुचि हो गयी। आज अपने इसी शौक के चलते वो एक उभरती हुई लेखिका हैं।